Database Management System (DBMS)

Introduction to Database Management System (DBMS)

Database Management System 3 words से मिलकर बना हुआ है। इन तीनों words की detailed explanation नीचे दी जा रही है।

Data

Data आपके पास कई तरह से available होता है जैसे किसी व्यक्ति की नाम, उम्र और पता। Data अलग अलग संदर्भ में बदलता है जैसे किसी व्यक्ति से related data उसका नाम, उम्र और पता है उसी प्रकार किसी company के लिए data उसकी sales, purchase और employees के बारे में information हो सकती है।

अगर आसान शब्दों में कहे तो data वह information है जो एक entity और उसके attributes को दर्शाती है। Entity वह element होती है जिसके बारे में data होता है। ऊपर दिए उदाहरणों में व्यक्ति और कंपनी entity है। Entity के बारे में जो data होता है जैसे की नाम, उम्र और पता उन्हें ही attributes कहा जाता है।

Data हमारे पास कई तरह का होता है। कभी data शब्दों में होता है जैसे की किसी का नाम और कभी data संख्या में होता है जैसे की किसी की उम्र।

Database

Database related data का collection होता है। Related data से यँहा मतलब है की वह data जिसमे कुछ relation हो।

Management

यँहा management शब्द data के संदर्भ में दिया गया है। यँहा पर management शब्द का अर्थ data को manage करना है। आइये जानते है की data को manage करने की जरुरत क्यों पड़ती है।

  1. यदि आप data को manage करेंगे तो ढूंढने पर आसानी से मिल जायेगा।
  2. आसानी से operations (retrieving, updating, modifying) perform किये जा सकते है।
  3. Data खोयेगा नहीं और हमेशा available रहेगा।
  4. Data corrupt नहीं होगा।
  5. Data को secure किया जा सकता है।

System

यँहा पर system का मतलब software है। एक software जो data को manage करने के लिए use किया जाता है।

What is Database Management System? (in plain Hindi)

Database Management System एक ऐसा software होता है जो data को manage करने के लिए बनाया जाता है। जैसे की Microsoft SQL Server, Oracle database और MySQL आदि।

ये software data को store करते है। इनकी मदद से आप पुराने data को update कर सकते है और साथ ही नया data भी insert कर सकते है। इन software में आप data को tabular format में देख सकते है।

Database Management System में data के साथ operations perform करने के लिए एक Language use की जाती है जिसे SQL कहते है।

Advantages of Database Management System (DBMS)

Database Management System की कुछ विशेषताएँ होती है जो नीचे दी जा रही है।

  1. Data Integrity – एक database हमेशा accurate और correct results show करता है। जब आप कोई भी data database में store करवाते है तो DBMS उसे उसी प्रकार store करके रखता है। Data में कोई भी change नहीं आता है।
  2. Management of Access – DBMS अलग अलग users को manage करने में सक्षम होता है। DBMS के द्वारा ही administrator users को अलग अलग permissions दे पाता है।
  3. Data Sharing – एक DBMS द्वारा users आपस में data share कर सकते है।
  4. Security – किसी DBMS में आप users को login information enter करने के लिए बाध्य कर सकते है। ऐसा करने से unauthorized users से data को secure किया जाता है। Traditional file system की अपेक्षा DBMS में data secure रहता है। यदि कोई unauthorized user secure data को access करने की कोशिश करता है तो DBMS administrator को notify कर देता है।
  5. Concurrency Control – जब कई user एक बार में किसी data को update करने कोशिश करते है तो DBMS एक बार में एक ही user को database update करने के लिए बाध्य करता है। इसे concurrency control कहते है।
  6. Data Redundancy – Traditional file system में data अलग अलग जगह पर store किया जाता है। इससे कई बार data duplicate हो जाता है। लेकिन एक DBMS द्वारा सम्पूर्ण data किसी एक ही database में store किया जाता है। Data एक ही बार record किया जाता है और duplicate data DBMS द्वारा automatically remove कर दिया जाता है।
  7. Data Consistency – Traditional file system में यदि आप data को update करना चाहते है तो आपको इसे हर जगह update करना होता है। लेकिन DBMS के case में ऐसा नहीं है। एक DBMS में जब data एक जगह पर update किया जाता है तो वह automatically दूसरी जगह पर भी update हो जाता है।
  8. Ease of Use – DBMS में data को access और update करना बहुत आसान होता है।
  9. Constraints – Traditional file system में data manually user द्वारा access किया जाता है। आप किसी condition के आधार पर data को access नहीं कर सकते है। DBMS में अलग अलग constraints available होते है जिन्हें use करके आप किसी particular condition के आधार पर data को access कर सकते है।

Disadvantages of Database Management System (DBMS)

निचे database management system की कुछ disadvantages बताई जा रही है।

  1. Expensive – यदि आप commercial DBMS खरीदते है तो उसकी cost बहुत अधिक होती है। इसके अलावा DBMS software के लिए high processing hardware और अधिक memory की आवश्यकता होती है।
  2. Training – एक DBMS को handle करने के लिए special training की आवश्यकता होती है। हर कोई व्यक्ति इसे istemal नहीं कर सकता है।
  3. Data Corruption – क्योंकि सम्पूर्ण data एक ही database में store किया जाता है इसलिए उसके corrupt होने और data loss के chances अधिक होते है।

Users of Database Management System (DBMS)

DBMS को तीन तरह के users यूज़ करते है।

  1. Designer – ये वो लोग होते है जो DBMS को design करते है। ये DBMS को बनाने के बाद कई reason से यूज़ करते है जैसे की test करने के लिए या DBMS को modify करने के लिए।
  2. Admin – Administrator वो person होता है जो DBMS को control करता है। Administrator सब users को access control देता है और यदि DBMS में कोई problem आती है तो Administrator उसे handle करता है।
  3. User – User वो person होते है जो data पर operations perform करते है जैसे की insert, update और delete आदि।

Types of Database Management Systems (DBMS)

Database management systems 4 प्रकार के होते है। हर प्रकार के DBMS database को अलग प्रकार से structure किया जाता है और इसी के आधार पर इन्हें categories किया गया है। इनके बारे में निचे बताया जा रहा है।

Hierarchical DBMS

Hierarchical DBMS IBM के द्वारा 1968 में introduce किया गया था। जब एक DBMS के database में एक data item दूसरे data item की sub unit की तरह present किया जाता है या फिर जब किसी DBMS के database में data items के बीच child/parent relationship होती है तो वह DBMS hierarchical DBMS कहलाता है।

Direct relationship सिर्फ उन ही data items में होती है जो एक साथ store किये जाते है। इस तरह के DBMS में data items tree structure के रूप में present/store किये जाते है।

Network DBMS

जब किसी DBMS के database में data items के बीच many to many relationship होती है तो वह DBMS network DBMS कहलाता है। क्योंकि data के बीच many to many relationship होती है इसलिए network DBMS बहुत complicated होता है।

Relational DBMS

जब किसी DBMS में database relationship tables की form में होती है तो वह DBMS relational DBMS कहलाता है। इस तरह के DBMS में data row (tuples) और columns (attributes) के combination में store किया जाता है।

इस तरह के DBMS में हर table में एक unique होती है जो सभी data items को uniquely identify करती है। इस तरह का database use करने में बहुत ही आसान होता है।

Object Oriented DBMS

Object oriented DBMS आपको database programming capability provide करते है। इस तरह के DBMS object oriented programming languages में database functionality add करते है। इस तरह के DBMS को directly programming language द्वारा handle किया जाता है।

इससे आपको अलग अलग language environments में कार्य करने की आवश्यकता नहीं होती है और आपकी application का code भी कम हो जाता है। इस तरह के databases में programming language के माध्यम से objects create करके उन्हें databases में store किया जाता है। इस तरह के DBMS बहुत expensive होते है।